आगजनी की भीषण दुर्घटना ने लिखी दोस्ती की दास्तान

साल 2018 में कैलिफ़ोर्निया में हुए कैम्प फ़ायर हादसे से बाद, दो महिलाओं की Open Homes के ज़रिए मुलाकात हुई।
Airbnb द्वारा लिखा गया, 7 मई 2019 को प्रकाशित किया गया
पढ़ने में7 मिनट लगेंगे
24 अग॰ 2023 को अपडेट किया गया

खास आकर्षण

  • कैलिफ़ोर्निया में हुए कैम्प फ़ायर हादसे के बाद, आस-पास रहने वाले समुदाय के लोगों ने Airbnb के Open Homes प्रोग्राम के ज़रिए अस्थायी आवास देने के लिए साइन अप किया।

  • मेलिसा और उनके परिवार ने सैक्रामेंटो की आंत्रप्रेन्योर सिंडे के यहाँ आश्रय लिया

  • सिंडे के पड़ोसियों ने भी मेलिसा के परिवार की मदद की और इन दोनों महिलाओं की दोस्ती आज भी बरकरार है

Open Homes का नाम अब Airbnb.org हो गया है

Airbnb के Open Homes प्रोग्राम का नाम बदलकर अब Airbnb.org हो गया है, जो सेक्शन 501(c)(3) के तहत गठित एक बिलकुल नया निर्लाभ संगठन है। हमारे साथ मिलकर Open Homes समुदाय को गढ़ने के लिए धन्यवाद। इस नए सफ़र में आपका साथ पाकर हम बेहद खुश हैं।

8 नवंबर, 2018 की सुबह मेलिसा जॉनसन अपनी गर्भावस्था के आठ महीने पार कर चुकी थीं। उस वक्त वे सोने की कोशिश कर रही थीं, जबकि उनके बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार हो रहे थे। उन्हें याद है कि उनके पति और बेटी आसमान के बारे में बातें कर रहे थे—जो नारंगी हो गया था—जिसे देखकर वे सोच रहे थे कि शायद आस-पास के किसी शहर में आग लग गई है।

आधे घंटे के बाद, मेलिसा की बेटी ने फ़ोन किया। मेलिसा कहती हैं, “उसने कहा कि उसका स्कूल कैंसिल कर दिया गया था। मैं उठी और मैंने आसमान की तरफ़ देखा—और मैंने जो कुछ भी देखा उसे देखकर दंग रह गई।” “आसमान का रंग लाल और नारंगी हो गया था, मानो कयामत का दिन आ गया हो। और फिर मुझे चारों तरफ़ राख ही राख दिखाई दी।”

मेलिसा और उनते पति ट्रेवर, 14 सालों से पैराडाइज़, कैलिफ़ोर्निया में रह रहे थे—लेकिन राज्य में हुए कैम्प फ़ायर के विनाशकारी हादसे के एक हफ़्ते पहले ही अपने घर में शिफ़्ट हुए थे। उस सुबह, “मेरे अंदर से एक आवाज़ उठ रही थी, जो मुझसे कह रही थी कि कम-से-कम सुरक्षा के नाते, अपनी हिफ़ाज़त पक्की करने के लिए, हम सबको अपना सामान बाँधकर यहाँ से निकल चलना चाहिए।”

मेलिसा, ट्रेवर और उनके दो बच्चों के अलावा, “सबको” में ट्रेवर के पिता, दो ग्रेन डेन प्रजाति के कुत्ते, एक छोटे आकार का कुत्ता, एक बिल्ली और एक खरगोश शामिल थे। वे सभी दो कारों में सवार हो गए और मेलिसा अपने बच्चों को लाने के लिए दौड़ पड़ीं।

“लोग घबरा गए थे और दीवानों की तरह गाड़ी चला रहे थे। सबकुछ बिलकुल किसी फ़िल्म के दृश्य की तरह घट रहा था। आप नहीं चाहते कि ऐसे किसी भी बुरे अनुभव का हिस्सा बनने और कुछ इतना भयानक देखने के लिए आप ज़िंदा रहें। बाएँ, दाएँ, सामने, पीछे, हर तरफ़ बस आग ही आग थी। और कुछ पलों के दौरान तो मुझे ऐसा लगा कि मैं आग के अंदर गाड़ी चला रही हूँ—और मुझे ठीक से नहीं मालूम कि मैं जिस रास्ते पर चल रही थी, वह सही था भी या नहीं। मैं पूरे समय रो रही थी।”

यह परिवार आखिरकार चिको, कैलिफ़ोर्निया पहुँचा, जहाँ वे मेलिसा की बहन के साथ रह सकते थे, लेकिन वह एक बेडरूम वाला अपार्टमेंट था, जहाँ चार परिवार संयुक्त रूप से रहते थे। मेलिसा कहती हैं, “कुल मिलाकर वहाँ पर हम 15 लोग और 18 या 19 जानवर थे।” “मेरी माँ अपनी डुरैंगो में सोईं, लेकिन फिर भी वह अपार्टमेंट ठसाठस भरा हुआ था—शायद वह 500 वर्गफ़ुट का था? खासतौर पर मेरे लिए वहाँ रहना बहुत मुश्किल था, क्योंकि मैं गर्भवती थी। इसलिए मुझे मालूम था कि हमें कोई दूसरा इंतज़ाम करना होगा।”

“सबकी” मदद करना

कैम्प फ़ायर के शुरू होने के कुछ दिनों बाद, सिंडे डॉल्फ़िन चर्च में बैठी, अपने पादरी से सबकी मदद करने के बारे में प्रवचन सुन रही थीं। सैक्रामेंटो, कैलिफ़ोर्निया की आंत्रप्रेन्योर सिंडे कहती हैं, “वे कह रहे थे कि आपको दूसरों की मदद करने से खुद को नहीं रोकना चाहिए, बल्कि जी-जान से किसी की मदद करनी चाहिए।”

हमेशा से वॉलंटियर रहीं सिंडे पहले से ही चर्च के यूथ ग्रुप के कामकाज में शामिल रहीं। अपने अन्य प्रोजेक्ट के दौरान वे फ़ॉस्टर केयर में किशोरों के मार्गदर्शक बनीं और बेघर लोगों के लिए नाश्ते का इंतज़ाम भी किया करती थीं। “लेकिन जब ये शब्द मेरे कानों में गूँज रहे थे, तब मैं सोचने लगी, ‘बस यहाँ से कुछ ही दूर ब्यूट काउंटी में, आगजनी की इतनी भीषण घटना हुई है और मैं फिर भी मदद के लिए आगे नहीं आ रही हूँ’ पता है? कुछ कंबल और टी-शर्ट भेजना अच्छी बात है, लेकिन मैं इस पूरी राहत प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा कैसे बन सकती हूँ?”

उन्होंने अपने लोकल फ़ायर डिपार्टमेंट से संपर्क किया और उन्होंने उनसे Open Homes से संपर्क करने को कहा। सिंडे ने कभी भी Airbnb मेहमानों की मेज़बानी नहीं की थी और वे सैक्रामेंटो में अपना घर किराए पर देती हैं, जिसमें इन-लॉ गेस्टहाउस भी शामिल है। अपने मकान-मालिकों से इजाज़त लेकर, उन्होंने उस जगह की साफ़-सफ़ाई की और उसे Open Homes आपदा राहत पेज पर लिस्ट कर दिया।

सिंडे कहती हैं, “घंटे भर के अंदर” उन्हें मेलिसा का मैसेज मिला। “उसकी पहली लाइन थी—मैं उसे कभी नहीं भूल सकती—‘ईश्वर आपका भला करें।’ और फिर [मेलिसा ने] अपने परिवार का विवरण दिया था : एक 11-साल का बेटा, पति और चलने-फिरने से लाचार ससुर। उन्होंने लिखा था, ‘हमें मदद की फ़ौरन ज़रूरत है। हमारा परिवार एक छोटा-सा परिवार है और हमारे साथ कुछ कुत्ते भी हैं। हम जानते हैं कि उनकी वजह से समस्या हो सकती है, लेकिन अगर आप उन्हें लाने की इजाज़त दे दें, तो हमें आपके यहाँ ठहरने में खुशी होगी। ओह और मैं गर्भवती भी हूँ।’ यह सबकुछ जानकर मेरा दिल पसीज उठा—मुझे यकीन नहीं आता कि कोई इस तरह की स्थिति में फँसे इंसान को आखिर ना कैसे कह सकता है।”

सच्चाई का पल

सिंडे ने फ़ौरन जवाब दिया और 24 घंटे से भी कम समय में मेलिसा और उनका परिवार सैक्रामेंटो आ गया। पहली बार मेज़बानी करते समय, सिंडे के मन में मिली-जुली भावनाएँ पैदा हुईं। “मैं थोड़ी घबराई हुई थी, क्योंकि इससे पहले मैंने कभी भी किसी अजनबी को अपने घर पर नहीं ठहराया था। दरवाज़े पर हुई दस्तक का जवाब देने से पहले मैंने सोचा, ‘उम्मीद करती हूँ, मेरा यह कदम सही हो। मैं इस घर में अकेली रहती हूँ और शायद ऐसा करना सही न हो…’ लेकिन जब मैंने दरवाज़ा खोलकर [मेलिसा को] देखा, तो मुझे उसी पल एहसास हो गया कि मैं बिलकुल सही काम कर रही थी।”

मेलिसा भी याद करती हुई बताती हैं कि वे कितनी निराश थीं। वे कहती हैं, “आप नहीं जानते कि आप किस स्थिति में फँसने वाले हैं और इस तरह का बड़ा और दिल दुखाने वाला सदमा झेलने के बाद, हमारी तो जैसे सोचने-समझने की शक्ति ही खो गई।” “लेकिन सिंडे और उनकी मुस्कुराहट ने हमारा मन हल्का कर दिया और हमें सुकून के दो पल दिए। आप उन्हें देखकर यकीनन कह सकते हैं कि वे एक बहुत ही नेक इंसान हैं।”

सिंडे ने इस बदहवास परिवार को राहत देने के लिए कुछ तैयारी की थी, जैसे कि उन्होंने उनके लिए साफ़-सुथरे तौलिए रखे थे, कुछ स्पेस हीटर रखे थे और गेस्टहाउस में हॉट चॉकलेट भी रखी थी। “मैं बस इतना मानकर चली कि जब आप किसी नई जगह पर जाते हैं, तो आपको किन चीज़ों की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है, इसलिए मैं सोचने लगी, ‘अब मैं क्या करूँ?’”

ये दोनों महिलाएँ लॉजिस्टिक्स को लेकर एक-दूसरे को पहले से टेक्स्ट मैसेज भेज रही थीं, इसलिए जहाँ तक जगह का सवाल है, तो मेलिसा को मालूम था कि उन्हें क्या उम्मीद रखनी चाहिए। “सिंडे ने मुझे बताया कि जगह थोड़ी छोटी है, लेकिन चूँकि हमें कोई समस्या नहीं थी इसलिए उन्हें भी कोई ऐतराज़ नहीं था। और ज़ाहिर है, ज़रूरत के वक्त हम किसी भी चीज़ से काम चला लेते हैं। वहाँ एक एक्स्ट्रा पुल-आउट बेड और एक छोटा-सा मगर खूबसूरत बाथरूम था—वह वाकई बहुत प्यारा था। वहाँ हमें घर से दूर रहकर भी घर जैसा एहसास हो रहा था।”

Facebook के ज़रिए सिंडे ने अपने दोस्तों को बता दिया कि उनके यहाँ एक ऐसे मेहमान हैं, जिन्होंने कैम्प फ़ायर हादसे में अपना सबकुछ खो दिया है। पड़ोसियों ने खाना पकाया और उनके दोस्तों ने उन्हें बच्चे के लिए डायपर, कपड़े और प्लेपेन भी लाकर दिया। सिंडे कहती है, “मेरे दोस्त मदद करने में जुट गए।” “मुझे लगता है आप जिस परिवार की मदद कर लेते हैं जब उसे जान लेते हैं, तो उसकी और भी असरदार ढंग से मदद कर सकते हैं—लोगों को यह जानकर संतोष होता है कि उनकी मदद से किसी की ज़िंदगी में अच्छा बदलाव आ रहा है।”

भले ही मेलिसा का परिवार स्थायी अपार्टमेंट ढूँढ़ने से पहले सिर्फ़ तीन रातों तक वहाँ रहा, लेकिन सिंडे के घर बिताए गए उन पलों ने उन्हें आराम करने और अपने अगले कदमों की योजना बनाने का मौका दिया। सिंडे कहती हैं, “मुझे लग रहा था जैसे वे रो पड़ेंगे और बेचैन हो उठेंगे।” “लेकिन दरअसल उनकी मनोदशा कुछ ऐसी थी, ‘शुक्रिया। अब हम अपने पैरों पर खड़े हो जाएँगे और हमें इस बात की खुशी है कि हमें ऐसा करने की जगह मिल सकी।’ [यह] उनके लिए सच्चाई के अंदर स्पष्ट रूप से झाँकने और यह समझने का मौका था कि आप धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लगातार कोशिशें करके अपने मकसद तक पहुँच सकते हैं।”

बिखरे हुए को साथ मिलकर फिर से खड़ा करना

आज मेलिसा का परिवार सिंडे के घर से तकरीबन 20 मिनट की दूरी पर स्थित कारमाइकेल के एक अपार्टमेंट में रहता है। बेबी एनेट का जन्म उनके आने के पाँच दिन बाद हुआ और सिंडे और मेलिसा अभी भी SMS के ज़रिए संपर्क में रहती हैं और एक-दूसरे का हाल-चाल जानने के साथ-साथ बच्ची की प्यारी-प्यारी फ़ोटो भी शेयर करती है।

हाल ही में सिंडे नेअपने छोटे व्यवसाय में प्रोडक्ट एजुकेशन का काम करने के लिए मेलिसा को रखा है, जहाँ वे अपनी बच्ची का ध्यान रखते हुए पार्ट-टाइम काम कर सकती हैं। मेलिसा कहती हैं कि सिंडे “बहुत खास हैं। उन्होंने उनकी ज़िंदगी पर अमिट छाप छोड़ी है। मैं उनकी रहमदिली और ज़रूरत के वक्त उनसे मिली मदद को कभी भूल नहीं सकती। वे हमारे लिए हमेशा मौजूद रहती हैं और जब भी हमें मदद की ज़रूरत होती है, वे हमारी मदद करती हैं।”

मेलिसा और ट्रेवर अभी भी सोच रहे हैं कि वे पैराडाइज़ में अपना घर फिर से कैसे बसाएँगे, लेकिन वापस लौटने में उन्हें वक्त लगेगा। मेलिसा कहती हैं, “मुझे नहीं लगता कि आगजनी की इस घटना से पहले घर को देखने का मेरा नज़रिया वैसे ही था, जैसा कि अब है।” “मेरी नज़र में घर वहाँ होता है, जहाँ आपका परिवार होता है। आप अपना घर कहीं भी बसा सकते हैं।”

एक ऐसे बढ़ते हुए समुदाय में शामिल हों, जो ज़रूरत के समय मिल-बाँट कर रहने की ताकत को सामने लाता है

हो सकता है इस लेख में मौजूद जानकारी पब्लिकेशन के बाद बदल गई हो।

खास आकर्षण

  • कैलिफ़ोर्निया में हुए कैम्प फ़ायर हादसे के बाद, आस-पास रहने वाले समुदाय के लोगों ने Airbnb के Open Homes प्रोग्राम के ज़रिए अस्थायी आवास देने के लिए साइन अप किया।

  • मेलिसा और उनके परिवार ने सैक्रामेंटो की आंत्रप्रेन्योर सिंडे के यहाँ आश्रय लिया

  • सिंडे के पड़ोसियों ने भी मेलिसा के परिवार की मदद की और इन दोनों महिलाओं की दोस्ती आज भी बरकरार है

Airbnb
7 मई 2019
क्या इससे मदद मिली?